कह दो हमारा उनसे सन्देशा,
(तर्ज: राम भजन बिन को सुख... )
कह दो हमारा उनसे सन्देशा,
छोडो झुठे धन की आशा,
बापूने यह कहा था ।।टेक॥
घुरचोरी, घुसखोरी, लुचपत यह आस बुरी।
मदिरापान धोखेमें जान
बापूने यह कहा था ।।१॥
सीधे रहो, साधे रहो, सब मिलके राम कहो।
नेकीके काम करो”
बापूने यह कहा था ।।2॥
घरघर हों सन्तोकी, तस्वीरें गुणवन्तो की ।
बच्चोंपर हों संस्कार ।
बापूने यह कहा था ।।3॥
अपना काम आप करो, समता जीवन में भरो ।
कहे तुकड्या कष्ट सहो
बापूने यह कहा था ।।4।।