आओ आओजी महाराज

(तर्ज : गोरा गोरा मुखडा. . .)
आओ आओजी महाराज, दर्शन दे दो गरीब नवाज ।
अर्जि बार-बार- बार ।।टेक।।
पद्यासनपर ध्यान चढाकर ।
भ्रमर-गुंफा में तार लगाकर ।।
सुनू अनहद की आवाज, बिना सारंगी का बाज ।
अर्जि बार-बार-बार ।।१॥
हृदयकमल का फूल  फूला  है ।
कर भोला -शंकर डोल रहा है ।।
वहाँ सोsहंका है साज, अपने आप चले अंदाज ।
अर्जि बार-बार- बार ।।२।।
गंगा-जमुना गहरी नदियाँ ।
सरस्वती की संगम छाया ।।
इडा-पिंगला का प्रकाश, तुकड्या करता है विलास ।
अर्जि बार- बार- बार ।।३॥