उनकेपर है भार हमारा

(तर्ज: तिलंग ताल: त्रिताल..)
उनकेपर   है    भार    हमारा ।
कौन  दूजा जीवन दे सुखका ?
अनुभव किसको अंतर्मुखका ? ।।टेक।।
किसकी   है   वृत्ती   अनुरागी ?
उन्मन ज्योती किसको लागी ?
अभाव किसमें  सुख - दुखका ? ।।१।।
जनम-मरण किसने पहिचाना ?
अपने   आतमसे   दिल  ठाना ?
उनसे   हमें   आधार   सहीका ! ।।२।।
कौन गुरू  होने   लायक   है ?
कौन इंद्रिय मनका नायक है ?
तुकड्या को है प्यार  उन्हीका ! ।।३।।