भजन

क्रमांक भजन
1 इश्क तेरे पासमें तू, चाहे बनाले उसको
2 इश्कमें तेरी हमेशा, राख लगे रहते हैं
3 इस आसको पूरी कर दे । दरसन से अखियाँ भर दे
4 इस आसको पूरी कर दे । दरसन से अखियाँ भर दे ।।
5 इस जगमें अमृत सार, साधूसंत जनोंने पाया
6 इस जगमें आकर भटका, चटका लोभिया रे !
7 इस जगमें कोइ न साथी है
8 इस जगमें धनही साथी है
9 इस जगमें श्रीगुरु पावन है
10 इस जगमें श्रीगुरु पावन है
11 इस नशेमें फँसी है जमानिया ।
12 इस पेटके फंदेमे पडेसेही सब भुली
13 इस पेटके फंदेमें पड़ेसेहि हर गया
14 इस मायामें क्यों भूला ?
15 इस मायामों आकर भटका
16 इस शान्त,दान्त,निवान्त में निद्रा हमारी हो भली।। टेक॥
17 ईमान तो धूलिमें मिलाया
18 ईश ! तैने दासको, क्यों आस लगा दी प्यारे !
19 ईशवराच्या नामें साधतील स्वार्थ
20 ईश्वर ! तुम्हारी कुदरत, दुनियामें छा रही है
21 ईश्वर ! तुम्हारे दर्शन की भूख हमको भारी
22 ईश्वर ! दया तुम्हारी, बिरलाद समायी
23 ईश्वर ! दरस तुम्हारा, कैसे हमें मिलेगा ?
24 ईश्वर ! भजन तुम्हारा, सब लोग गा रहे है
25 ईश्वर ! हमारो भारत, आजाद कब रहेगा ?