भजन

क्रमांक भजन
1 ऊठ गड़ी ! जाग जरा, वक्त क्यों गमाता है ?
2 ऊठ गड्या ! दिवस निघाला
3 ऊठ चल खोल जरा नैना, भुलाती नींदन में मैना
4 ऊठ मनुष्या ! ऊठ जागुनी आळस का घेतला ?
5 ऊठ मुसाफिर ! क्यों सोया है अंधेरे बनमें ?
6 ऋन झाले शि री पापाचे ते फार
7 ए नाथ ! शरण हूँ तेरी,
8 ए नाथजी ! अनाथकी, अरजी न सुने आती है
9 एक अवगुणी पास धरोना, मुझे भक्ति नामसुख दो ना
10 एक तरी असु दे अंगी कला !
11 एक बडा अचंभा पाया, मुर्देने मुर्दा खाया जी
12 एक बार दिदार दिखा दे, यह दिल की प्यास मिटा दे
13 एक बार ले पुकार सबका
14 एक बोले तो शहाणा
15 एक भोंदू राहे
16 एक रातमें दो - दो दर्श मिले
17 एक श्रोता येतो पुसायासी प्रश्न
18 एक संत जगत सुखदायी
19 एक समय में विधिसुत नारद आया सभामें भोले के
20 एक सोडावया दुसरी उपाधी
21 एकत्रता सर्व भूमि एक ठायी
22 एकही मानवहै सारा
23 एका पुरुषा कारण l वंश बरा लागे जाणं
24 एका पोथीच्या भरवसे I
25 एका फळी भाग दोन