भजन

क्रमांक भजन
1 क्या ये किस्मत हमारे, भटकते चले है
2 क्या लिखा नही ? सब लिखा
3 क्या साहबकी चतुराई, मुरदा पाई चेतनाई
4 क्या हम तीरथ पायें भाई !
5 क्या हमारे लिए आँख तेरी लगी ?
6 क्यो किसे बोलते झूठ हो ?
7 क्यो धरता ऊँची आस ?
8 क्यो हमेशा बोलता आजादी में क्या अर्थ है ?
9 क्यों अजल फेरमें भटके ?
10 क्यों चौरासी मों लटके ? मत भोगों
11 क्यों थोड़ी बुध्दीसे अपना
12 क्यों दोस्त ! कहाँपर जाता है
13 क्यों न पार पावेगा, जो नाथकी
14 क्यों नही मिलते मुझे ? श्रीकृष्णजी बनवारिया !
15 क्यों नही मिलते मुझे अब, कृष्णजी जग-तारिया ?
16 क्यों नाहक धोखा खाया ?
17 क्यों नैन लगा ली मोहनी ?
18 क्यों फिरता नर ! जग - विषयनमें ?
19 क्यों फिरता नर ! बनमें भटकत ?
20 क्यों बन नाचत मोरा !
21 क्यों बैराग लीया हैं ? घरको त्याग दिया है, क्यों ? बोल साधू ! बोल, सेवा करता कि नहीं ?
22 क्यों भूल पड़ा ? क्यों भूल पड़ा ?
23 क्यों भूल पडा ? क्यों भूल पडा ?
24 क्यों भूल रहा बिरथा प्यारे ! चल ऊठ गडी !
25 क्यों मचाया ढोंग तुमने, हम अलग दुनियाँसे हैं